Shayari: 'अगर और जीते रहते यही इंतेज़ार होता', शायरों के कलाम के चंद रंग
Shayari: शेरो-सुख़न (Urdu Shayari) की दुनिया में हर रंग मौजूद है. इसमें मिलन का जिक्र है, तो जुदाई की बात भी है और इंतेज़ार का चर्चा भी. आप भी महसूस कीजिए इस ख़ूबसूरत कलाम की गहराई को और इसका लुत्फ़ उठाइए...
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