Wednesday 11 November 2020

Shayari: 'अपना भी तअल्लुक़ था दशहरे से दिवाली से', पेश है दिवाली पर शायरी

Shayari: शेरो-सुख़न (Urdu Shayari) की दुनिया मुहब्‍बत से लबरेज़ जज्‍़बातों की दुनिया है. इसमें जिंदगी के सभी रंग मौजूद हैं. आज पेश है 'दिवाली' पर शायरों का नज़रिया और उनके कलाम के चंद रंग...

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