Tuesday 13 October 2020

Shayari: 'मुझसे मेरे गुनाह का हिसाब ऐ ख़ुदा न मांग', पढ़ें गुनाह पर अशआर

Shayari: उर्दू शायरी (Urdu Shayari) में जिंदगी के सभी रंग मौजूद हैं. फिर चाहें वह मुहब्‍बत (Love) का रंग हो या कोई और जज्‍़बात (Emotion) शायरों के कलाम में इसे बड़ी अहमियत के साथ पेश किया गया है...

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