भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव, राम मनोहर लोहिया के साथ खूब याद आते हैं कवि पाश
पाश की पहचान सिर्फ पंजाबी कवि के रूप में थी. आतंकवादियों की गोली ने पाश की देह की उम्र तो रोक दी पर उनकी आवाज को उम्र से परे कर दिया.
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