जहां बेटियां पैदा होने के लिए तरसी, वहां कल्पना ने सपनों में देखा था आसमान
कल्पना अपने परिवार के चार भाई बहनों में सबसे छोटी थी. घर में सब उसे प्यार से मोंटू कहते थे. कल्पना की प्रारंभिक पढ़ाई टैगोर बाल निकेतन में हुई. कल्पना जब आठवीं कक्षा में पहुंची तो उसने इंजीनियर बनने की इच्छा जाहिर थी.from Latest News लाइफ़ News18 हिंदी https://ift.tt/2GJLKHq
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