तुम जैसे हो, बस वैसे ही संतुष्ट हो जाओ: ओशो
तुम जहां हो, वहीं से यात्रा शुरू करनी पड़ेगी. अब तुम बैठे मूलाधार में और सहस्रार की कल्पना करोगे, तो सब झूठ हो जाएगा.
from Latest News लाइफ़ News18 हिंदी https://ift.tt/2RfsYhG
Labels: Latest News लाइफ़ News18 हिंदी, Life
0 Comments:
Post a Comment
Subscribe to Post Comments [Atom]
<< Home