बचपन में हर कोई किसी ना किसी के जैसा बनना चाहता है जैसे कोई डॉक्टर, टीचर. हालांकि जैसे-जैसे उम्र बढ़ती जाती है ये ख्वाहिशें और लक्ष्य भी बदलते जाते हैं. लेकिन कुछ लोग बचपन में जो एक बार ठान लेते हैं फिर वहीं बनते हैं. एक व्यक्ति के
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