Tuesday 28 August 2018

एम के स्टालिन बने DMK के नए अध्यक्ष, बड़े भाई अलागिरी कर रहे थे विरोध

<p style="text-align: justify;"><strong>नई दिल्लीः</strong> एमके स्टालिन को तमिलनाडु की पार्टी द्रविड़ मुनेत्र कड़गम का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है. मंगलवार को पार्टी की जनरल काउंसलिंग बैठक में ये फैसला लिया गया. 65 साल के स्टालिन ने अपने पिता और दिवंगत नेता एम करूणानिधि की जगह ली है और अब  वो पार्टी के नए सर्वे-सर्वा बन गए हैं. साल 2016 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने सक्रिय भूमिका निभाई और साल 2017 में करूणानिधि की तबीयत खराब होने के उन्हें कारण कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया.</p> <p style="text-align: justify;">इस महीने की सात तारीख को 94 वर्षीय एम करुणानिधि की मौत हुई थी जिसके बाद अब उनके बेटे को उनके उत्तराधिकारी के तौर चुना गया है. करूणानिधि के बड़े बेटे अलागिरी को साल 2014 में पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप के कारण पार्टी से बाहर कर दिया गया था. इसके बाद स्टालिन को ही करूणानिधि का सबसे करीबी और पार्टी के नए अध्यक्ष के तौर पर देखा जाने लगा था. साल 2017 में उनको कार्यकारी अध्यक्ष बनाए जाना भी इस बात पर मुहर की तरह साबित हुआ.</p> <p style="text-align: justify;">कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने सोमवार को ट्वीट करके स्टालिन को बधाई दी. उन्होंने लिखा, '' मैं बेहद खुश हूं. एमके स्टालिन को डीएमके अध्यक्ष पद के लिए नामांकित किए जाने की बधाई देता हूं. कल डीएम के अध्यक्ष का चुनाव किया जाएगा. ''</p> <p style="text-align: justify;"><strong>कैसे पड़ा स्टालिन नाम?</strong></p> <p style="text-align: justify;">स्टालिन करूणानिधि की दूसरी पत्नी दयालु अम्मल के बेटे हैं. उनका जन्म 1 मार्च 1953 को हुआ यानी सोवियत कम्यूनिस्ट जोसेफ स्टालिन की मौत के महज चार दिन बाद. जब स्टालिन का जन्म हुआ तो करूणानिधि उस वक्त उभरते हुए डीएमके नेता थे और वह जोसेफ स्टालिन के लिए आयोजित एक शोक सभा में थे. तभी उन्हें इस बात की जानकारी दी गई कि उनके घर बेटे का जन्म हुआ है. उन्होंने इस नेता के नाम पर ही अपने बेटे का नाम स्टालिन रख दिया.</p>

from home https://ift.tt/2BRJJcQ

Labels: ,

0 Comments:

Post a Comment

Subscribe to Post Comments [Atom]

<< Home