Tuesday 31 July 2018

इस वीडियो के जरिए गंगा के सीधे स्वर्ग पहुंचने का दावा किया जा रहा है, जानें सच्चाई

<p style="text-align: justify;"><strong>नई दिल्लीः</strong> सोशल मीडिया पर ताजा-ताजा पहुंचे एक वीडियो के जरिए दावा हो रहा है कि इलाहाबाद में गंगा सीधे स्वर्ग पहुंच गई है. दावे के मुताबिक गंगा के स्वर्ग की यात्रा की तस्वीरें उत्तर प्रदेश की संगम नगरी इलाहाबाद से आई हैं जहां बादल गंगा को लेने पहुंचे हैं.</p> <p style="text-align: justify;"><strong>क्या है वायरल वीडियो में</strong> वायरल वीडियो में नदी पर गोल-गोल घूमता पानी दिखाई देता है. ऐसा लग रहा है जैसे किसी बरतन में खौलता पानी रख दिया गया हो और पानी भाप बनकर आसमान की तरफ जा रहा हो. पानी पूरी ताकत से ऊपर की तरफ जा रहा है और देखते ही देखते ऊपर घने बादलों में खो रहा है. सोशल मीडिया पर दावा है कि इस सफेद रेखा के रास्ते गंगा सीधे स्वर्ग जा रही है. वीडियो के साथ लोग लिख रहे हैं कि 'इलाहाबाद के संगम में गंगा से बादल पानी ले जाते हुए, यह पहली बार हुआ है. यह 24 जुलाई 2018 की शाम को हुआ, प्रकृति का अद्भुत दृश्य देखें.'</p> <p style="text-align: justify;"><a href="https://static.abplive.in/wp-content/uploads/sites/2/2018/07/30213448/vs-3.jpg"><img class="aligncenter wp-image-926745" src="https://ift.tt/2vkvsi4" alt="" width="467" height="373" /></a></p> <p style="text-align: justify;"><strong>वायरल वीडियो की पड़ताल</strong> वायरल वीडियो की पड़ताल में पता चला कि वायरल वीडियो इलाहाबाद ही नहीं बल्कि पटना के नाम से भी सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है. इंटरनेट पर इस वीडियो को ढूंढने पर जानकारी मिली कि ऐसी घटना महाराष्ट्र के पुणे में 10 जून को घटी थी.</p> <p style="text-align: justify;">8 जून की तारीख में पुणे के नाम पर जो तस्वीरें मिली उनसे पता चला कि जमीन से आसमान की तरफ जाने वाला ये पानी इलाहाबाद का नहीं बल्कि पुणे का है. दरअसल महाराष्ट्र में हो रही भारी बारिश के बीच पुणे के रणमाला गांव में 8 जून को चक्रवात दिखाई दिया था. लगभग डेढ़ से दो मिनट तक चले इस चक्रवात की वजह से करीब एक किलोमीटर के दायरे में तबाही हुई थी. हालांकि, इस तबाही की वजह से जान का नुकसान नहीं हुआ था. चक्रवात के बाद तेज बारिश भी हुई थी. इस घटना के बाद जांच के लिए पहुंची सेंटर फॉर सिटिजन साइंस की टीम ने इसे टॉरनेडो नाम दिया था</p> <p style="text-align: justify;"><strong>टॉरनेडो क्या होता है?</strong> बनारस हिंदू विश्वविद्यालय में भूगोल विभाग के असोसिएट प्रोफेसर केपी गोस्वामी ने वायरल वीडियो में दिख रही घटना के बारे में बताया. प्रोफेसर केपी गोस्वामी ने वीडियो में दिख रही घटना को टॉरनेडो नाम देने से इंकार कर दिया और बताया कि टॉरनेडो पृथ्वी से संबंधित घटना है. टॉरनेडो स्पैनिश शब्द है जिसका अर्थ बवंडर है. वायरल वीडियो में दिख रही घटना का दूर-दूर तक टॉरनेडो से लेना-देना नहीं है. टॉरनेडो गर्म और ठंडी हवा के अचानक मिलने से होता है और टॉरनेडो प्रशांत महासागर के तटीय क्षेत्र या ऑस्ट्रेलिया के आसपास होता है.</p> <p style="text-align: justify;"><strong>वायरल वीडियो में हो रही घटना क्या है</strong> ये भूगर्भ के अंदर होने वाली सामान्य घटना है. पृथ्वी में जैसे-जैसे नीचे जाते हैं तापमान बढ़ता है और नीचे के तापमान से पानी का संपर्क तेज हो गया है. उस संपर्क में कहीं दरार में कोई प्वांइट बना है. इस प्वांइट से जलवाष्प तेजी से निकल रही है, ज्यादा नीचे से आने की स्थिति में ये भूकंप की वजह बन सकता है. वीडियो में जो दिख रहा है वो ये पूरा जियोलॉजिकल घटनाक्रम है. नीचे वायुमंडल का घनत्व ज्यादा होता है और हल्की गैस जब भी निकलेगी वो तेजी से ऊपर जाएंगी, इसी के कारण से वाष्प हल्की होती है और सामान्य वातावरण में आने पर बेहद तेजी से ऊपर जाती है.</p> <p style="text-align: justify;">प्रोफेसर केपी गोस्वामी के मुताबिक ये एक भूगोलीय घटना है और उन्होंने इस घटना को टॉरनेडो नाम देने से इंकार किया है. इंकार इसलिए क्योंकि प्रशांत महासागर के आसपास होने वाली भूगोलीय घटना को ही टॉरनेडो कहा जाता है और वायरल वीडियो पुणे के मल्हार सागर डैम के पास का है. मल्हार सागर महाराष्ट्र की कर्हा नदी पर बना हुआ है.</p> <p style="text-align: justify;"><a href="https://static.abplive.in/wp-content/uploads/sites/2/2018/07/30213408/vs-4.jpg"><img class="aligncenter wp-image-926744" src="https://ift.tt/2mZzicZ" alt="" width="423" height="338" /></a></p> <p style="text-align: justify;">हमारी पड़ताल में सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो सच साबित हुआ है लेकिन वीडियो का संबंध इलाहाबाद या पटना से होने का दावा झूठा है.</p>

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