Wednesday 25 July 2018

वायरल सच: क्या मंगोलिया में हो रही हलचल से पृथ्वी का विनाश हो जाएगा?

<p style="text-align: justify;"><b>नई दिल्ली:</b> सोशल मीडिया पर दो वीडियो पहुंचे हैं जो पृथ्वी के विनाश का दावा कर रहे हैं. दावा है कि विनाश की शुरुआत पूर्वी एशिया के देश मंगोलिया से हुई है जो धीरे-धीरे आगे बढ़ रही है. पहले वीडियो में जमीन पर काले रंग का कोई तत्व बहता हुआ दिख रहा है जबकि दूसरे वीडियो में जमीन खिसकती नजर आ रही है. <b> क्या दिख रहा है पहले वीडियो में?</b> पहला वीडियो शुरू होता है तो हरा-भरा मैदान दिख रहा है लेकिन हरे मैदान पर काले रंग की चीज बहती चली आ रही है. ये धीरे-धीरे आगे खिसक रही है.  किसी तरल पदार्थ की तरह आगे बढ़ता तत्व किनारे जमीन पर भी जमा हो रहा है. ऐसा लगता है कि कोई चीज जमीन काटकर आगे बढ़ रही है. कैमरा पीछे की तरफ घूमता है तो दूर-दूर तक हरी पहाड़ियां दिखती हैं.. शायद इन पहाड़ियों के बीच से ही ये काले रंग की चीज बहती हुई आ रही है. वीडियो में आवाजें सुनाई देती हैं लेकिन वो क्या बोल रहे हैं ये पता नहीं चल रहा.</p> <p style="text-align: justify;"><b>क्या दिख रहा है दूसरे वीडियो में?</b> 2 मिनट 16 सेकेंड के इस वायरल वीडियो में एक घर के बगल से जमीन खिसकती नजर आ रही है. जमीन वहां लगे पेड़ो के साथ ही तेज रफ्तार से आगे की तरफ आ रही है. दो लोग धरती के इस रूप से डरकर भागते नजर आते हैं.  हालांकि, इस पूरी प्रक्रिया में घर को कुछ नहीं होता. पेड़-मिट्टी सब बहते दिख रहे हैं. जिस जगह थोड़ी देर पहले पेड़ दिख रहे थे वहां सिर्फ मिट्टी ही मिट्टी नजर आ रही है.</p> <p style="text-align: justify;"><b>क्या है वायरल दावे का सच?</b> एबीपी न्यूज़ ने दिल्ली विश्वविद्यालय के जियोलॉजी विभाग के प्रोफेसर देवेश के सिन्हा से बात की.  देवेश के सिन्हा ने पहले वीडियो के बारे में बताया, ''आप देखेंगे कि ये हरी घास का मैदान है, ये जो चीजें आ रही हैं काले रंग की, अक्सर लावा का रंग भी काला होता है. ये किसी नदी की तरह बहुत दूर से आ रहा है और धीमे-धीमे बढ़ रहा है. आप देखेंगे कि इस काले तत्व के बीच में घास की जमीन के हिस्से भी हैं. जैसे-जैसे ये बह रहा है वो जमीन का एक हिस्सा बनता जा रहा है. इससे जमीन खिसकने का कोई संबंध नहीं है, ये लावा फ्लो ही है.''</p> <p style="text-align: justify;">दूसरे वीडियो के बारे में प्रोफेसर देवेश के सिन्हा ने बताया, ''ये लैंडस्लाइड का एक उदाहरण है, पहाड़ों में बारिश के मौसम में चट्टानों के बीच पानी बहने से जहां कमजोर जमीन होती है वहां फिसलन जैसी स्थिति होती है. चट्टान अपने भार की वजह से वहां टिक नहीं पाती. अचानक ये जमीन या चट्टान ढलान और गुरुत्वाकर्षण की वजह से खिसक जाती है. ये चित्र किसी पर्टिकुलर जगह का है. जरूरी नहीं कि लैंडस्लाइड की शुरुआत वहीं से हो. हो सकता है पीछे से लैंडस्लाइड हो रही हो, पूरी की पूरी जमीन खिसकती दिख रही है.''</p> <p style="text-align: justify;">सोशल मीडिया पर मंगोलिया के नाम से वायरल हो रहा पहला वीडियो साल 2017 का है, वीडियो दक्षिण पश्चिम चीन में दीमे गांव का है.जबकि सोशल मीडिया पर वायरल दूसरा वीडियो इटली का है. साल 2010 में दक्षिणी इटली के कैलाब्रिया में विबो वैलेंटाइया प्रांत में लैंडस्लाइड हुआ था जब वहां मौजूद लोगों ने अपने कैमरे में इसे रिकॉर्ड कर लिया.</p> <p style="text-align: justify;"><b>एबीपी न्यूज़ की पड़ताल का नतीजा</b> यानि दोनों वीडियो एक सामान्य भौगोलिक घटना है. ये कोई आश्चर्य नहीं है और ना ही पहली बार हो रहा है इसलिए दोनों वीडियो सच हैं लेकिन इनके साथ हो रहे पृथ्वी के विनाश का दावा झूठा साबित हुआ है.</p> <code><iframe class="vidfyVideo" style="border: 0px;" src="https://ift.tt/2LKZSBg" width="631" height="381" scrolling="no"></iframe></code>

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