Saturday 16 June 2018

पत्रकार शुजात बुखारी की हत्याकांड में एक संदिग्ध गिरफ्तार, ISI ने रची थी साजिश

<p style="text-align: justify;"><strong>श्रीनगर:</strong> जम्मू कश्मीर के पत्रकार शुजात बुखारी की हत्या मामले में पुलिस ने एक संदिग्ध को गिरफ्तार किया है, जबकि तीन संदिग्ध अभी फरार हैं. हत्याकांड की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया है. कश्मीर के आईजी स्वयं प्रकाश पाणि ने प्रेस कांफ्रेन्स में कहा कि सदिंग्ध की पहचान जुबैर कादरी के रूप में हुई है. उन्होंने कहा कि कादरी, बुखारी के साथ एक पीएसओ की पिस्तौल चुराते हुए वीडियो में नजर आ रहा है. पिस्तौल बरामद किये जाने और अपराध स्थल पर उसकी मौजूदगी के बारे में उससे पूछताछ की जा रही है.</p> <p style="text-align: justify;"><strong>आईएसआई के इशारे पर गोली मारी गई- जनरल ए के भट्ट </strong></p> <p style="text-align: justify;">आईजी स्वयं प्रकाश पाणि ने पत्रकार की हत्या को एक आतंकवादी हमला बताया है. इस बीच 15वीं कोर के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल ए के भट्ट ने कहा कि उनका आकलन है कि बुखारी को पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के इशारे पर गोली मारी गई है. पुलिस ने एक वीडियो स्क्रीन जारी की है, जिससे यह पता चलता है कि एक दाढी वाला व्यक्ति संपादक के वाहन के आंतरिक हिस्से का मुआयना कर रहा है. इस वीडियो को वहां एक राहगीर ने बनाया था.</p> <p style="text-align: justify;"><strong>सामने आ गया पाकिस्तान का दोहरा रवैया</strong></p> <p style="text-align: justify;">इस खुलासे के साथ ही एक बार फिर पाकिस्तान का दोहरा रवैया सामने आ गया, पाकिस्तान एक ओर बुखारी के निधन पर दुख जता रहा है वहीं दूसरी ओर उनके हत्याकांड में आईएसआई के हाथ होने की बात सामने आ रही है. आईबी के सूत्रों ने एबीपी न्यूज़ को बताया कि शुजात बुखारी पर हमला करने वालों में आतंकी नावेद जाट शामिल हो सकता है. वो जम्मू कश्मीर के एक अस्पताल से भाग गया था. अभी उसने आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिद्दीन से हाथ मिला लिया है और लश्कर से भी उनके संबंध है.</p> <p style="text-align: justify;"><strong>चार संदिग्धों के स्केच जारी किए थे</strong></p> <p style="text-align: justify;">पत्रकार शुजात बुखारी की हत्या के मामले में जम्मू कश्मीर पुलिस ने चार संदिग्धों की तस्वीरें जारी की थीं. इसमें तीन संदिग्ध मोटरसाइकिल पर आए थे. इन्हें सीसीटीव पुटेज में भी देखा गया था. इसके अलावा एक चौथे संदिग्ध की तस्वीर भी जारी की गई. जानकारी के मुताबिक ये संदिग्ध शुजात बुखारी के तीसरे पीएसओ की रायफल लेकर भागा था.</p> <p style="text-align: justify;"><strong>कल पत्रकार पर हुआ था हमला</strong></p> <p style="text-align: justify;">जम्मू कश्मीर की राजधानी श्रीनगर में 14 जून को आतंकियों ने राइजिंग कश्मीर से संपादक शुजात बुखारी और उनके दो पीएसओ की गोली मारकर हत्या कर दी थी. शुजात को गोली उस वक्त मारी गई जब वो अपने दफ्तर के इफ्तार के जा रहे थे.</p> <p style="text-align: justify;"><strong>प्रेस क्लब ऑफ इंडिया ने की घटना की निंदा</strong> जम्मू कश्नमीर में 1990 से लेकर अब तक 17 पत्रकारों की हत्या हो चुकी है. प्रेस क्लब ऑफ इंडिया ने बुखारी की हत्या की निंदा है. प्रेस क्लब की ओर जारी बयान में कहा गया कि प्रेस क्लब ऑफ इंडिया रमजान के पवित्र महीने में शुजात बुखारी की हत्या से हैरान और दुखी है. यह दर्शाता है कि पत्रकार सुरक्षित नहीं हैं. एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया भी बुखारी की हत्या की निंदा की. एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया ने बयान में कहा कि  बुखारी संयम की आवाज और बड़े दिल वाले संपादक थे, जिन्होंने कश्मीर में युवा पत्रकारों के बड़े काडर को शिक्षा देने का काम किया. एक पत्रकार पर हमला फ्री प्रेस और जीवित लोकतंत्र की नींव को चुनौती देता है.</p>

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