Thursday 28 June 2018

वायरल सच: हाईकोर्ट की रोक के बावजूद 16500 पेड़ काटे जा रहे हैं?

<p style="text-align: justify;"><strong>नई दिल्ली:</strong> दिल्ली के साढ़े 16 हजार पेड़ों के काटे जाने पर हाईकोर्ट ने रोक लगा रखी है. इस बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो के जरिए दावा किया जा रहा है कि इस रोक के बावजूद भी राजधानी में पेड़ों पर दनादन कुल्हाड़ी और आरी चलाई जा रही है.</p> <p style="text-align: justify;"><strong>दिल्ली पेड़ में क्यों काटे जा रहे हैं पेड़?</strong> दक्षिण दिल्ली के सरोजनी नगर, नेताजी नगर, नौरोजी नगर, कस्तूरबा नगर, मुहम्मदपुर, श्रीनिवासपुरी, त्यागराज नगर इलाके में 16,500 पेड़ दांव पर लगे हैं. इन इलाकों में पेड़ काटकर यहां सरकारी कर्मचारियों के लिए मकान और अमेरिका के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर की तर्ज पर बड़े बड़े सेंटर बनाए जाने हैं. काम की जिम्मेदारी NBCC यानि नेशनल बिल्डिंग्स कंस्ट्रक्शन कॉर्पोरेशन और CPWD यानि सेंटर पब्लिक वर्क्स डिपार्टमेंट जैसी सरकारी एजेंसियों के पास है.</p> <p style="text-align: justify;">ये प्रोजेक्ट्स कुछ वक्त पहले ही शुरू हुए हैं जिसे 2022 तक पूरा करने का लक्ष्य है. कम्पनी को दिल्ली सरकार के पर्यावरण विभाग की मंजूरी भी मिल चुकी है जबकि ये प्रोजेक्ट केंद्र सरकार का है. दिलचस्प बात ये है कि मंजूरी देते वक्त जो बात गलत नहीं लगी वो बात अब आम आदमी पार्टी को अखर रही है. आम आदमी पार्टी के नेता पेड़ काटे जाने के विरोध में खड़े हो गए हैं.</p> <p style="text-align: justify;">जब पेड़ काटने की ये बात जनता तक पहुंची तो विरोध शुरू हो गया. लोग पेड़ से चिपककर खड़े हो गए. बात देश की अदालत तक पहुंची तो कोर्ट ने 4 जुलाई तक पेड़ काटे जाने पर रोक लगा दी. जिस सरकारी एजेंसी के पास पेड़ काटने का ठेका था उसने ही कोर्ट को आश्वस्त किया था कि 4 जुलाई तक पेड़ नहीं काटे जाएंगे.</p> <p style="text-align: justify;"><strong>एबीपी न्यूज़ ने की वायरल वीडियो की पड़ताल</strong> एबीपी न्यूज़ ने वीडियो बनाने वाले पर्यावरणविद विमलेंदु झा से बात की. विमलेंदु झा ने बताया, ''11 बजे सुबह में जब मैं नेताजी नगर गया तो देखा कि खुलेआम पुलिस के सामने पेड़ों का काटा जा रहा था. जब मैंने पीसीआर बुलाया, जब मैं पुलिस स्टेशन गया तो पुलिस ने एफआईआर दर्ज करने से मना कर दिया. पुलिस ने कहा कि हमारे पास उच्च न्यायालय का कोई नोटिस नहीं है. अभी तक कोई जानकारी नहीं आई है इसलिए हम एफआईआर दर्ज नहीं कर सकते हैं.''</p> <p style="text-align: justify;">उन्होंने बताया, ''बहुत ही दुर्भाग्यपुर्ण स्थिति है दिल्ली की कि हमलोग लड़ते हैं, उच्च न्यायालय से एक आदेश निकालते हैं और उसके बावजूद यहां कि पुलिस हमारी बात नहीं सुनती है और पेड़ों को अभी भी अंधाधुंध काटा जा रहा है.'' विमलेंदु झा के मुताबित पेड़ काटने की ये घटना दिल्ली के नेताजी नगर में पालिका भवन कॉम्प्लेक्स के गेट नंबर 4 के सामने हुई है.</p> <p style="text-align: justify;">एबीपी न्यूज़ जब उस जगह पर पहुंचाजहां का वायरल वीडियो बताया जा रहा था तब पता चला कि मंगलवार सुबह 10.30 बजे पेड़ काटने की कोशिश हुई थी लेकिन पर्यावरणविद विमलेंदु झा ने सही समय पर पेड़ कटने से रोक लिया. एबीपी न्यूज़ ने कुछ और इलाकों का जायजा लिया जहां पेड़ काटे जाने की योजना है. यहां काम शुरू होने की तैयारी तो दिखी लेकिन पेड़ को काटता हुआ कोई दिखाई नहीं दिया. कुछ जगहों पर तो लोग इतने चौकन्ने हैं कि पेड़ बचाने के लिए 24 घंटे पहरा दे रहे हैं.</p> <p style="text-align: justify;">जब एनबीसीसी ने कोर्ट को आश्वस्त किया था कि पेड़ नहीं काटे जाएंगे तो फिर पेड़ काटने की कोशिश हुई क्यों? एनबीसीसी ने अपने बयान में कहा, ''हमने कोई पेड़ नहीं काटा है, सभी ठेकेदारों को ये निर्देश जारी किया है कि हाईकोर्ट के आदेश को ध्यान में रखते हुए पुनर्निर्माण के प्रोजेक्ट के तहत नौरोजी नगर, नेताजी नगर और सरोजिनी नगर कहीं भी 4 जुलाई तक कोई पेड़ नहीं काटा जाएगा.''</p> <p style="text-align: justify;">एनबीसीसी सफाई दे रहा है लेकिन मौके पर मौजूद गवाह, वीडियो और पड़ताल में इस बात की पुष्टि हुई है कि पेड़ काटने की कोशिश हुई थी. <strong>हमारी पड़ताल में हाईकोर्ट की रोक के बावजूद पेड़ काटने की कोशिश का दावा सच साबित हुआ है.</strong></p> <code><iframe class="vidfyVideo" style="border: 0px;" src="//api.abplive.in/index.php/playmedia/wordpress/1148388bfbe9d9953fea775ecb3414c4/e4bb8c8e71139e0bd4911c0942b15236/dmlkLTE1MzAxMTU3ODY?embed=1" width="631" height="381" scrolling="no"></iframe></code>

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