आंकड़ों की जुबानी: जानें- कर्नाटक में कैसे और किसकी बन सकती है सरकार
<p style="text-align: justify;"><strong>बैंगलूरु</strong><strong>: </strong>कर्नाटक में मुख्यमंत्री की कुर्सी पर कौन बैठेगा, इसपर सस्पेंस बरकरार है. बीजेपी नंबर एक पार्टी बनकर नतीजों में सामने आई, लेकिन बहुमत से कुछ दूर रह गई. तीसरे नंबर पर देवगौड़ा की पार्टी जेडीएस आई, लेकिन अब कांग्रेस और जेडीएस यानी दूसरे और तीसरे नंबर की पार्टी गठबंधन करके राज्य में सरकार बनाना चाहती हैं. अब फैसला राज्यपाल को लेना है.</p> <p style="text-align: justify;"><strong>किसको कितनी सीटें मिली हैं</strong><strong>?</strong></p> <p style="text-align: justify;">कर्नाटक में 104 सीटों के साथ बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है. लेकिन बहुमत के जादुई आंकड़े से आठ सीट पीछे है. कांग्रेस को 78 सीटें मिली है और वो दूसरे नंबर की पार्टी बनी है. जबकि जेडीएस को सिर्फ 38 सीटें मिली हैं. बता दें कि कर्नाटक में विधानसभा की 224 सीटें हैं लेकिन चुनाव 222 सीटों पर ही हुआ था. इसलिए अब बीजेपी को बहुमत के लिए 112 सीटें चाहिए.</p> <p style="text-align: justify;"><strong>कैसे बनेगी बीजेपी की सरकार</strong><strong>?</strong></p> <p style="text-align: justify;">बीजेपी के पास अपने 104 विधायक है. अगर निर्दलीय, केपीजेपी, बीएसपी के तीन विधायकों का समर्थन भी बीजेपी को मिल जाता है तो ये आंकड़ा 107 सीट का हो जाएगा. लेकिन तब भी बीजेपी के पास बहुमत के आंकड़े 112 से कम सीट हैं. ऐसे में बीजेपी का दावा है कि कांग्रेस के सात लिंगायत विधायक उसके साथ आ जाएंगे तो हमारे पास कुल विधायक 114 हो जाएंगे. लेकिन बता दें कि बीजेपी का ये दावा Anti-defection law के खिलाफ है.</p> <p style="text-align: justify;">ऐसे में अगर फ्लोर ऑफ द हाउस पर कॉन्फिडेंस वोट के लिए मामला उठेगा तो कांग्रेस के सात विधायकों को गैर हाजिर होना होगा या इस्तीफा देना होगा. तब हाउस 215 विधानसभा सीटों का हो जाएगा. इसके बाद बहुमत का आंकड़ा भी घटकर 108 हो जाएगा. लेकिन फिर भी बीजेपी एक विधायक से चूक जाएगी.</p> <p style="text-align: justify;"><strong>कैसे बनेगी कांग्रेस-जेडीएस की सरकार</strong><strong>?</strong></p> <p style="text-align: justify;">कर्नाटक चुनाव में कांग्रेस को 78 सीटें मिली है और वो दूसरे नंबर की पार्टी बनी है. जबकि जेडीएस को सिर्फ 38 सीटें मिली हैं. कांग्रेस ने राज्य में बीजेपी की सरकार बनने से रोकने के लिए जेडीएस को अपना समर्थन दिया है. कांग्रेस का दावा है कि जेडीएस ने उसका समर्थन स्वीकार कर लिया है. ऐसे में अगर कांग्रेस की 78 और जेडीएस की 38 सीटों को मिला दिया जाए तो कुल आंकड़ा 116 हो जाएगा जो बहुमत के आंकड़े से चार सीटें ज्यादा है.</p> <p style="text-align: justify;">बता दें कि जेडीएस के कुमारस्वामी अगर मुख्यमंत्री बने तो दूसरी बार वो कम सीट हासिल करने के बाद भी राज्य की कमान संभालेंगे. इससे पहले साल 2004 में भी जेडीएस 58 सीटों के साथ तीसरे नंबर पर थी. बाद में बीजेपी के समर्थन से कर्नाटक में कुमारस्वामी मुख्यमंत्री बने थे.</p> <strong>क्या कहते हैं नियम</strong> <p style="text-align: justify;">परंपरा है कि राज्यपाल पहले सबसे बड़ी पार्टी तो सरकार बनाने के लिए आमंत्रित करते हैं. हालांकि हाल के ही उदाहरण लें तो गोवा और मणिपुर में राज्यपाल ने सरकार गठन के लिए दूसरी सबसे बड़ी पार्टी को सरकार बनाने का न्यौता दिया. और इन दोनों जगह पर न्यौता पानी वाली पार्टी विधानसभा में बहुमत साबित करने में कामयाब रही.</p> <p style="text-align: justify;"><strong>यह भी पढ़ें-</strong></p> <p style="text-align: justify;"><strong><a href="https://ift.tt/2rK2HtB" target="_blank" rel="noopener noreferrer">कर्नाटक चुनाव: कांग्रेस-JDS गठबंधन का बड़ा आरोप, BJP विधायकों की हॉर्स ट्रेडिंग में शामिल</a></strong></p> <p style="text-align: justify;"><strong><a href="https://ift.tt/2L0PzsF" target="_blank" rel="noopener noreferrer">कर्नाटक: MLAs की खरीद-फरोख्त की आशंका के बीच केरल टूरिज्म का ट्वीट, कहा- रिसॉर्ट में आपका स्वागत है</a></strong></p> <p style="text-align: justify;"><strong><a href="https://ift.tt/2rLYkOr" target="_blank" rel="noopener noreferrer">क्या कर्नाटक में कांग्रेस-जेडीएस का गठबंधन जनादेश का अपमान है?</a></strong></p> <p style="text-align: justify;"><strong><a href="https://ift.tt/2Il3T1H" target="_blank" rel="noopener noreferrer">कुमारास्वामी होंगे मुख्यमंत्री, कांग्रेस के भीतर कोई बगावत नहीं: सिद्धारमैया</a></strong></p>
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