Thursday 31 May 2018

गर्मी का कहर जारी: बूंद-बूंद को तरसा शिमला, बोतल बंद पानी की मांग बढ़ी

<p style="text-align: justify;"><strong>नई दिल्ली: </strong>उत्तर भारत सहित देश के कई हिस्सों में गर्मी का कहर जारी है. हिमाचल की राजधानी शिमला में लोग बूंद-बूंद को तरस गए हैं. हालात ये है कि पानी की किल्लत के बाद बोतल बंद पानी की मांग तेजी से बढ़ गई है. मौसम भिाग के मुताबिक, उत्तर पश्चिम भारत में मानसून सीजन में 100 फीसदी, मध्य भारत में 99 फीसदी और दक्षिणी प्रायद्वीप में 95 फीसदी और उत्तर भारत में 93 फीसदी बारिश होने की संभावना है.</p> <strong>शिमला में बंद पानी की मांग साठ फीसद तक बढ़ी</strong> शिमला से पिछले 10 दिनों से पानी की लगातर बड़ी किल्लत चल रही है. पानी की इस किल्लत से शहर का हर तबका परेशान है लोग किसी तरह से ड्रमों और गैलन में भरकर पीने के पानी का इंतजाम कर रहे हैं. शिमला आने वाले सैलानी भी परेशान हैं क्योंकि होटल वाले पानी का इंतजाम नहीं करा पा रहे हैं. टैंकर से पानी लेने के लिए लोगों में होड़ मची हुई .यहां पानी की ऐसी किल्लत है कि लोग पानी लेने के लिए दो-दो, तीन-तीन किलोमीटर दूर तक चले जा रहे हैं. हैंडपंप से भी पानी भरने के लिए लोगों की काफी भीड़ है. <p style="text-align: justify;">राष्ट्रीय राजधानी में बुधवार को आंशिक बदली छाई हुई है और शाम को आंधी और हल्की बारिश आने के आसार हैं. मौसम विभाग के अनुसार आज दिल्ली में बारिश होने की उम्मीद है. बुधवार को यहां का न्यूनतम तापमान सामान्य से तीन डिग्री अधिक 29.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. भारतीय मौसम विभाग के एक अधिकारी ने कहा, "यहां देर शाम को हल्की बारिश के साथ आंधी आने और तेज हवाएं चलने की संभावना है."अधिकतम तापमान सामान्य से चार डिग्री अधिक 44.4 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की उम्मीद है.</p> <p style="text-align: justify;"><strong>दक्षिण-पश्चिम मानसून समय से पहले ही केरल पहुंचा</strong></p> <p style="text-align: justify;">देश में इस साल मानसून ने पहले ही दस्तक दिया है और तटीय प्रदेश केरल में झमाझम बारिश शुरू हो चुकी है. मौसम विभाग का अनुमान है कि पिछले साल के मुकाबले इस साल मानसून की बरसात बेहतर हो सकती है. विभाग के अधिकारियों ने बुधवार को बताया कि पूरे देश में इस साल जून से सितंबर के बीच मानसून के दौरान सामान्य बारिश यानी 96 फीसदी से 104 फीसदी के बीच हो सकती है.</p> <p style="text-align: justify;">पिछले साल भारत में 97 फीसदी बारिश हुई थी और मौमस विभाग ने मानसून की बारिश को सामान्य बताया था.</p> <p style="text-align: justify;"><strong>पिछले साल से बेहतर रहेगा इस साल मानसून : आईएमडी</strong></p> <p style="text-align: justify;">आईएमडी के महानिदेशक के.जे. रमेश ने कहा, "देश में 97 फीसदी बारिश को सामान्य माना जाता है. इसमें चार फीसदी अधिक या कम की संभावना बनी रहती है."उन्होंने कहा, "हम उम्मीद करते हैं कि 2018 में पिछले साल यानी 2017 के मुकाबले अच्छी बारिश होगी." मौसम विभाग के अनुसार आज (बुधवार) दिल्ली में बारिश होने की उम्मीद है.</p> <p style="text-align: justify;">मौसम भिाग के अनुसार, उत्तर पश्चिम भारत में मानसून सीजन में 100 फीसदी, मध्य भारत में 99 फीसदी और दक्षिणी प्रायद्वीप में 95 फीसदी और उत्तर भारत में 93 फीसदी बारिश होने की संभावना है. आईएमडी ने कहा कि जुलाई के दौरान पूरे देश में 101 फीसदी के करीब बारिश हो सकती है, जबकि अगस्त में 94 फीसदी बारिश का अनुमान है.</p> <p style="text-align: justify;">मौसम विभाग का अनुमान विभिन्न चीजों पर आधारित होता है, जिनमें से एक के मुताबिक, मानसून सीजन में चार फीसदी कम या ज्यादा की त्रुटि के साथ देश में 102 फीसदी बरसात हो सकती है.</p> <p style="text-align: justify;">मानसून सामान्य रहने का मतलब बारिश का अनुमान 96 से 104 फीसदी रहने का अनुमान है, जबकि 104 से 110 फीसदी बारिश को सामान्य से अधिक वर्षा कहते हैं. भारत में 1951 से 2000 के बीच औसत बारिश 89 सेंटीमीटर दर्ज की गई है.</p>

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