Sunday, 20 May 2018

बीजेपी को चुनौती देने की कवायद शुरू, कुमारस्वामी के शपथग्रहण में एकजुट दिखेगा विपक्ष

<p style="text-align: justify;"><strong>नई दिल्ली:</strong> कर्नाटक में बी एस येदुरप्पा ज़्यादा देर मुख्यमंत्री नहीं रह पाए और बहुमत नहीं जुटा पाने के चलते विधानसभा में शक्ति परीक्षण के पहले ही इस्तीफा दे दिया. इस्तीफे के बाद कांग्रेस और जेडीएस के अलावा तमाम विपक्षी दलों में जश्न का माहौल है. राज्य में अब जेडीएस और कांग्रेस की गठबंधन की सरकार बनेगी. जेडीएस के नेता एच डी कुमारस्वामी बुधवार को नए मुख्यमंत्री की शपथ लेंगे.</p> <p style="text-align: justify;"><strong>शक्ति प्रदर्शन होगा शपथ ग्रहण समारोह</strong> सोमवार को होने वाले शपथ ग्रहण समारोह को कांग्रेस और पूरा विपक्ष एक शक्ति प्रदर्शन के तौर पर पेश करना चाहता है . एबीपी न्यूज़ को मिली जानकारी के मुताबिक शपथ ग्रहण समारोह के लिए सभी प्रमुख विपक्षी नेताओं को न्योता भेजा जा रहा है. सूत्रों के मुताबिक शपथ ग्रहण समारोह में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी समेत बड़े कांग्रेसी नेता तो शरीक होंगे ही. करीब 17 विपक्षी दलों के नेताओं को भी निमंत्रण भेजा जा रहा है . पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और टीएमसी अध्यक्ष ममता बनर्जी ने खुद ट्वीट कर ये जानकारी दी. एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने तो जेडीएस और कांग्रेस को साथ लाने में शुरुआती भूमिका निभाई थी और उनको भी न्योता भेजा गया है.</p> <p style="text-align: justify;"><strong>उत्तर प्रदेश के नेताओं को भी निमंत्रण</strong> उत्तर प्रदेश के सभी विपक्षी नेताओं को भी न्योता भेजा जा रहा है. खबरों के मुताबिक अखिलेश यादव और मायावती के साथ साथ राष्ट्रीय लोकदल के नेता अजीत सिंह को निमंत्रण भेजा जा रहा है. अजीत सिंह से जुड़े सूत्रों ने अजीत सिंह के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने की पुष्टि भी कर दी है.</p> <p style="text-align: justify;"><strong><a href="http://abpnews.abplive.in/india-news/what-are-the-challenges-for-pm-narendra-modi-and-rahul-gandhi-in-2019-after-karnataka-election-864467">बिहार में बहार लेकिन यूपी अटकाएगा पीएम मोदी की राह में रोड़े</a></strong></p> <p style="text-align: justify;"><strong>2019 चुनाव पर है नज़र</strong> दरअसल कर्नाटक चुनाव परिणाम और उसके बाद सरकार बनाने को लेकर चली रस्साकशी ने विपक्ष को एक बार फिर पीएम मोदी और बीजेपी के खिलाफ गोलबंदी का मौका दे दिया है. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी 2019 लोकसभा चुनावों के मद्देनजर इस गोलबंदी को और मज़बूत करना चाहते हैं. बी एस येदुरप्पा के इस्तीफे के बाद मीडिया से बातचीत में खुद राहुल गांधी ने इसकी ओर इशारा भी किया.</p> <p style="text-align: justify;">राहुल गांधी ने कहा - "हम उन सभी जगहों पर एकजुट होकर लड़ाई लड़ेंगे जहां बीजेपी को हराने के लिए ये ज़रूरी होगा." ज़ाहिर है पीएम मोदी और बीजेपी के खिलाफ साझा चुनौती पेश करने की विपक्षी कोशिशों को कर्नाटक की घटना से बड़ा बल मिल गया है.</p> <p style="text-align: justify;"><strong><a href="http://abpnews.abplive.in/india-news/karnatak-result-karnatak-government-impact-on-2019-rahul-gandhi-mayawati-864342">DETAIL 2019 का सियासी समीकरण: कांग्रेस का हाथ विपक्ष के साथ, लेकिन इसका नेता कौन?</a></strong></p>

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