कोर्ट ने गूगल, फेसबुक, ट्विटर और यू-ट्यूब से पूछा- कितना हर्जाना देने के इच्छुक हैं?
जस्टिस सी हरिशंकर की बेंच ने कहा कि जम्मू-कश्मीर की इस आठ वर्षीय बच्ची की पहचान उजागर करने पर सोशल मीडिया ने देश की छवि को नुकसान पहुंचाया है। यह देश व पीड़िता के परिवार के प्रति अन्याय है। सोशल मीडिया वॉट्सएप आदि पर गलत ढंग से पीड़िता की फोटो व अन्य जानकारियां शेयर की गईं।
0 Comments:
Post a Comment
Subscribe to Post Comments [Atom]
<< Home