वो मुझसे संवेदना जताने आई थी. देर तक गौर से देखती रही, फिर कहा- कैसा नसीब लेके आई हो, पति के रहते हुए सिर के सारे बाल चले गए. मैं सुनती रही. रोने के लिए थोड़ा इंतजार करना पड़ा. बाथरूम में रोया करती. आईना देखती तो बिना भौंहों की आंखें और बिना बालों का सिर खौफ से भर देता.
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