Thursday 31 May 2018

मोदी भारी या एकजुट विपक्ष, 2019 से पहले कल कैराना, पालघर और भंडारा-गोंदिया से खुलेगी किस्मत

<p style="text-align: justify;"><strong>नई दिल्ली:</strong> लोकसभा की 4 और विधानसभा की 9 सीटों पर 28 मई को हुए उपचुनाव के लिए कल वोटों की गिनती होगी. वोटों की गिनती सुबह 8 बजे से शुरु होगी. लोकसभा सीटों में यूपी की कैराना, महाराष्ट्र की भंडारा-गोंदिया और पालघर व नगालैंड की सीट है. इसके साथ ही कर्नाटक की राजाराजेश्वरी नगर सीट पर फर्जी वोटर कार्ड मिलकर के कारण मतदान रद्द हो गया था. इस सीट पर भी 28 मई को वोटिंग हुई थी. राजाराजेश्वरी नगर सीट का नजीता भी कल ही घोषित किया जाएगा.</p> <p style="text-align: justify;"><strong>कैराना का चुनावी गणित-</strong> कैराना उपचुनाव में बीजेपी का मुकालबा संयुक्त विपक्ष से है. बीजेपी सांसद हुकूम सिंह की मृत्यु हो जाने के चलते इस सीट पर चुनाव हो रहा है. उनकी बेटी मृगांका सिंह उपचुनाव में बीजेपी की उम्मीदवार हैं. उनका सीधा मुकाबला राष्ट्रीय लोक दल की तबस्सुम हसन से है. कांग्रेस, समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी तबस्सुम का समर्थन कर रही हैं.</p> <p style="text-align: justify;"><strong>भंडारा-गोंदिया का चुनावी गणित-</strong> महाराष्ट्र की भंडारा-गोंदिया से बीजेपी सांसद नाना पटोले ने संसद और पार्टी की सदस्यता से त्यागपत्र दे दिया था और इस साल की शुरूआत में कांग्रेस में शामिल हो गये थे. इस वजह से इस यह सीट खाली हुई थी. भंडारा-गोंदिया सीट से 18 प्रत्याशी मैदान में हैं. यहां मुख्य मुकाबला बीजेपी के हेमंत पटले और एनसीपी के मधुकर कुकडे के बीच है. वोटिंग सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक होगी जबकि नक्सल प्रभावित क्षेत्र मोरगाव अर्जुनी तालुका में दोपहर 3 बजे तक ही वोटिंग होगी.</p> <p style="text-align: justify;"><strong>पालघर का चुनावी गणित-</strong> बीजेपी के वर्तमान सांसद चिंतामन वांगा के इस साल जनवरी में निधन के बाद महाराष्ट्र की पालघर लोकसभा सीट में उपचुनाव कराया जा रहा है. शिवसेना ने जहां बीजेपी के दिवंगत सांसद चिंतामन वांगा के बेटे श्रीनिवास वांगा को पालघर से मैदान में उतारा है वहीं बीजेपी ने हाल ही कांग्रेस छोड़ कर पार्टी में आने वाले राजेन्द्र गावित को अपना उम्मीदवार बनाया है. जबकि कांग्रेस दामोदर शिंगडा मैदान मे है. पालघर से सात प्रत्याशी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. पालघर में भाजपा और शिवसेना आमने-सामने है वहीं कांग्रेस और एनसीपी के बीच उपचुनाव के लिए गठबंधन बना हुआ है. वोटिंग सुबह 7 बजे से 6 बजे तक होगी.</p> <p style="text-align: justify;"><strong>नागालैण्ड का चुनावी गणित-</strong> नागालैंड में लोकसभा की एक सीट के लिये उपचुनाव होंगे. फरवरी में नेशनलिस्ट डेमोक्रेटिक प्रोगेसिव पार्टी (एनडीपीपी) के नेता नेफ्यू रियो के लोकसभा की सदस्यता से इस्तीफा देने के कारण इस सीट पर उपचुनाव कराया जा रहा है. रियो अब प्रदेश के मुख्यमंत्री हैं. नागालैंड में प्रमुख घटक बीजेपी और एनडीपीपी की सहयोगी पीडीए ने इस सीट पर पूर्व मंत्री तोखेहो येपथेमी को उतारा है. कांग्रेस एनपीएफ उम्मीदवार सी अपोक जमीर को समर्थन कर रही है.</p> <p style="text-align: justify;"><strong>विधानसभा सीटों पर क्या है समीकरण?</strong> <strong>नूरपुर-</strong> यूपी के बिजनौर जिले की नूरपुर विधानसभा सीट विधायक लोकेन्द्र सिंह की 21 फरवरी को लखनऊ आते समय एक सड़क दुर्घटना में मौत होने से सीट खाली हुई है.</p> <p style="text-align: justify;"><strong>जोकिहाट-</strong> बिहार में जोकीहाट विधानसभा क्षेत्र में होने वाले उपचुनाव में मुख्य मुकाबला आरजेडी और जेडीयू के बीच माना जा रहा है. इस सीट पर जेडीयू को जहां अपनी सीट बचाने की चुनौती है, वहीं आरजेडी के लिए दिवंगत नेता तस्लीमुद्दीन के गढ़ को बचाने की चुनौती है. बिहार में सत्ताधारी जेडीयू के विधायक सरफराज आलम ने इस सीट से इस्तीफा देकर आरजेडी का दामन थाम लिया था और आरजेडी के टिकट पर अररिया के सांसद चुने जाने के बाद यह सीट खाली हो गई थी.</p> <p style="text-align: justify;">इस सीट पर कुल 9 प्रत्याशी चुनाव मैदान में है. इस सीट पर पिछले चार चुनावों से जेडीयू के प्रत्याशी विजयी होते आ रहे हैं, लेकिन यहां आरजेडी के वरिष्ठ नेता तस्लीमुद्दीन का मजबूत आधार रहा है. तस्लीमुद्दीन के निधन के बाद खाली हुई अररिया सीट पर सरफराज के सांसद बन जाने के बाद जोकीहाट सीट खाली हो गई थी. आरजेडी ने तस्लीमुद्दीन के छोटे पुत्र शाहनवाज आलम को यहां से प्रत्याशी बनाया है, जबकि उनके सामने जेडीयू ने मुर्शीद आलम को उतारकर मुकाबला दिलचस्प बना दिया है.</p> <p style="text-align: justify;"><strong>गोमिया और सिल्ली-</strong> झारखंड की गोमिया और सिल्ली विधानसभा सीट के दोनों विधायकों को अलग-अलग मामलों में सजा होने की वजह से विधायकी से इस्तीफा देना पड़ा. जिससे अब इन सीट पर चुनाव होगा. गोमिया से विधायक योगेन्द्र प्रसाद को कोयला चोरी में दोषी पाया गया था. जिसमें अदालत ने उन्हें तीन साल की सजा सुनाई थी जबकि सिल्ली विधायक अमित महतो को सीओ के साथ मारपीट के मामले में दोषी पाए जाने पर उन्हें 2 साल के कारावास की सजा सुनाई गयी थी.</p> <p style="text-align: justify;">झारखंड के गोमिया विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिये 13 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं जबकि झारखंड के ही सिल्ली विधानसभा सीट पर उपचुनाव में मुख्य मुकाबला पूर्व उप मुख्यमंत्री और एजेएसयू अध्यक्ष सुदेश महतो और सीमा महतो के बीच होगा. सीमा अयोग्य घोषित किये गये विधायक अमित महतो की पत्नी हैं.</p> <p style="text-align: justify;"><strong>शाहकोट-</strong> पंजाब के जालंधर जिले के शाहकोट विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गयी हैं. इस सीट पर प्रदेश में सत्तारूढ़ कांग्रेस के अलावा मुख्य विपक्षी आम आदमी पार्टी और शिरोमणि अकाली दल के उम्मीदवार जोर आजमाइश कर रहे हैं. पिछले साल फरवरी में हुए विधानसभा चुनाव में इस क्षेत्र से शिरोमणि अकाली दल के उम्मीदवार अजीत सिंह कोहाड़ ने कांग्रेस के निकटतम प्रतिद्वंद्वी हरदेव सिंह लाडी ऊर्फ लाडी शेरोवालिया को हराया था.</p> <p style="text-align: justify;">इस साल फरवरी में वरिष्ठ शिरोमणि अकाली दल नेता और पंजाब सरकार में मंत्री रह चुके कोहाड़ का निधन हो गया. इस वजह से वहां उप चुनाव कराने की जरूरत पड़ी. कांग्रेस ने एक बार फिर लाडी को मैदान में उतारा है. वहीं शिअद कोहाड़ के बेटे नायब सिंह कोहाड़ को टिकट दिया है. आम आदमी पार्टी ने उप चुनाव के लिए रतन सिंह कक्कड़ कलां को मैदान में उतारा है. वोटिंग सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक चलेगी.</p> <p style="text-align: justify;"><strong>महेश्ताला-</strong> पश्चिम बंगाल में महेश्ताला विधानसभा सीट के लिये टीएमसी ने दुलाल दास को उतारा है. उनकी पत्नी और विधायक कस्तूरी दास के निधन के चलते इस सीट पर उपचुनाव कराने की आवश्यकता पड़ी. बीजेपी ने सीबीआई के पूर्व संयुक्त निदेशक सुजीत घोष को चुनाव में उतारा है जबकि वाम मोर्चे ने एक स्थानीय नागरिक प्रभात चौधरी को टिकट दिया है.</p> <p style="text-align: justify;"><strong>अम्पाती-</strong> मेघालय के अम्पाती सीट के लिये उपचुनाव में मुख्य मुकाबला कांगेस और बीजेपी समर्थित नेशनल पीपुल्स पार्टी के बीच होगा. इस चुनाव में निर्दलीय उम्मीदवार भी चुनाव मैदान में हैं. मेघालय के पूर्व मुख्यमंत्री मुकुल संगमा के इस सीट को छोड़ने के कारण यहां उपचुनाव कराये जा रहे हैं. कांग्रेस ने इस सीट पर मुकुल संगमा की बेटी मियानी डी शिरा को उतारा है जबकि सत्तारुढ़ मेघायल डेमोक्रेटिक गठबंधन ने क्लेमेंट जी मोमिन को उनके विरुद्ध खड़ा किया है.</p> <p style="text-align: justify;"><strong>पलुस-काडेगांव-</strong> महाराष्ट्र में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पतंगराव कदम के निधन के कारण सांगली की पलुस-काडेगांव विधानसभा सीट भी खाली हुई है जिस वजह से चुनाव हो रहे हैं. कांग्रेस ने पतंगराव कदम के बेटे विश्वजीत कदम को टिकट दिया है. बीजेपी ने इस सीट पर अपना उम्मीदवार खड़ा किया है. वोटिंग सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक होगी.</p> <p style="text-align: justify;"><strong>चेंगन्नूर-</strong> मध्य केरल में पड़ने वाली चेंगन्नूर विधानसभा सीट पर सीपीएम विधायक के के रामचंद्र के निधन की वजह से उपचुनाव हो रहा है. उनका इस साल जनवरी में बीमारी की वजह से निधन हो गया था. इस उपचुनाव के परिणाम को राज्य में पी विजयन नीत एलडीएफ सरकार और केंद्र की नरेंद्र मोदी नीत एनडीए सरकार के कामकाज पर जनमत संग्रह के तौर पर देखा जाएगा. मोदी सरकार के बने चार साल हो गए हैं.</p> <p style="text-align: justify;">कांग्रेस के लिए भी सीट को जीतना अहम है. यहां जीत का परचम लहराकर कांग्रेस प्रतिद्वंद्वी सीपीएम से अपनी पारंपरिक सीट वापस छीन सकती है और आगामी लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुटे पार्टी कार्यकर्ताओं में जोश भर सकती है. इस उपचुनाव की अहम बात यह भी है कि यहां एलडीएफ, यूडीएफ और एनडीए के बीच त्रिकोणीय मुकाबला है. केरल में दशकों से दो ध्रुवी राजनीति होती है.</p> <p style="text-align: justify;">सीपीएम ने पार्टी के अलाप्पुझा के जिला सचिव एस चेरियां को एलडीएफ उम्मीदवार के तौर पर उतारा है जबकि कांग्रेस नेता डी विजय कुमार यूडीएफ के उम्मीदवार है. वहीं बीजेपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष पी.एस. श्रीधरन पिल्लई एक बार फिर अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. उन्होंने 2016 के चुनाव में एलडीएफ और यूडीएफ को कड़ी टक्कर दी थी.</p> <p style="text-align: justify;"><strong>कर्नाटक की राजाराजेश्वरी नगर सीट-</strong> कर्नाटक विधानसभा की राजाराजेश्वरी नगर सीट पर चुनाव प्रचार के दौरान फर्जी मतपत्र मिलने की शिकायत के कारण राज्य की 224 सीटों के साथ 12 मई को इस सीट पर होने वाला मतदान स्थगित कर दिया गया था. अब कल इस सीट पर चुनाव हो रहा है. कर्नाटक में जेडीएस-कांग्रेस के गठबंधन की सरकार है. लेकिन इस सीट पर कांग्रेस और जेडीएस आमने सामने हैं. गठबंधन की घोषणा होने के बाद ही इस बात की चर्चा चल रही थी कि अब इस सीट पर कौन अपने कदम पीछे खीचेंगा. कांग्रेस और जेडीएस दोनों एक दूसरे को कदम पीछे लेने के लिए कहते रहे, लेकिन अंत तक कोई पीछे नहीं हटा और अब बीजेपी समेत तीनों पार्टियां मैदान में है.</p> <p style="text-align: justify;">यहां जेडीएस चाहती थी कि उसके उम्मीदवार जीएस रामचंद्र को कांग्रेस समर्थन दे. लेकिन ऐसा हो नहीं सका, क्योंकि यहां से वर्तमान विधायक मुनीरत्ना कांग्रेस से ही हैं. इसलिए कांग्रेस ने जेडीएस का ये ऑफर ठुकरा दिया. बीजेपी ने मुनिराजू गौड़ा को मैदान में उतारा है.</p> <p style="text-align: justify;">कर्नाटक में 224 विधानसभा सीटे हैं लेकिन चुनाव में वोट 222 सीटों पर पड़े थे. राजराजेश्वरी नगर सीट और जयनगर सीट पर पर चुनाव स्थगित हो गए थे. इसमें जयनगर सीट पर चुनाव भाजपा प्रत्याशी की मौत के कारण चुनाव स्थगित हुए थे, वहीं राजराजेश्वरी नगर सीट पर चुनाव फर्जी मतपत्र मिलने की शिकायत के कारण टाल दिए गए थे. जयनगर सीट पर 11 जून को वोट डाले जाएंगे.</p>

from india-news https://ift.tt/2J2QUhl

Labels: ,

0 Comments:

Post a Comment

Subscribe to Post Comments [Atom]

<< Home